हरियाणा
मनरेगा के लगभग 15 लाख रूपये ना मिलने पर एडीसी को दी शिकायत
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
सरकार द्वारा मनरेगा के तहत गरीब लोगों को काम मुहैया करवाया था, ताकि उन्हें दो वक्त की रोटी सही मिल सके। लेकिन अगर मजदूरों को काम के बदले उनका मेहनताना ही नसीब ना हा, तो वो जाएं तो जाएं कहां। ऐसा ही एक मामला उजागर हुआ है गांव दनौदा में मनरेगा के तहत कार्य करने वाले ट्रैक्टर चालकों का, जिन्हें पिछले 9 महीनों से उनकी मजदूरी नहीं मिली है। ट्रैक्टर चालक राजबीर, अनिल कुमार, शिव कुमार, सत्यवान सहित 30 अन्य मजदूरों ने बताया कि उन्होंने गांव के स्टेडियम में ट्रैक्टरों के माध्यम से मिट्टी भराई की थी, जिसके लिए उन्होंने लगभग नौ महीने काम किया था और उनके इस कार्य के लिए लगभग 15 लाख रूपये बनते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर ट्रैक्टरों में तेल आदि भरवाया था और उन्हें उम्मीद थी कि वो पैसे मिलते ही पैट्रोल पंप वालों को उनके तेल के पैसे दे देंगे, लेकिन मनरेगा के तहत पैसे ना मिलने के कारण उनके ट्रैक्टर आदि बिकने वाने हैं, क्योंकि तेल वालों को उनका पैसा चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि उनके पास साधन ही नहीं रहेंगे, तो वो वो अपने परिवार का पालन कैसे करेंगे। उन्होंने इस बारे में प्रशासन को अवगत करवा दिया गया है और इस समस्या का समाधान करने की मांग की है।
मनरेगा के तहत लगे ट्रैक्टर चालकों का बकाया एक-दो दिन में आने की उम्मीद है और पैसा आते ही उनको उनका मेहनताना दे दिया जाएगा।